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  • A Tomar
  • July 4, 2025

Today’s Intuition

वेदांत कहता है कि आत्मा तक पहुंचने के लिए पांच आवरणों को पार करना होता है – अन्नमय (भौतिक), प्राणमय (ऊर्जा), मनोमय (विचार), विज्ञानमय (बुद्धि), और आनंदमय (सुख)। आत्मा इन सबसे परे है – वह न अनुभव है, न विचार, न शरीर। जब ध्यान से हम इन कोषों को पार करते हैं, तब भीतर आत्मा का आलोक प्रकट होता है। हर कोष हमें कुछ समय के लिए सत्य प्रतीत होता है, पर अंततः वह केवल एक मार्ग है, मंज़िल नहीं। आत्मा उन सबसे परे, स्वतंत्र और परिपूर्ण है। आत्मा तक पहुंचने के लिए यह समझ आवश्यक है कि हर कोष केवल एक अस्थायी पहचान है। जब हम इनसे विरक्त होते हैं, तब आत्मा स्वयं प्रकट होती है।

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